दो फूलन के गजरे मन आधार हमारे। वोही गजरा दुर्गा मैया को सोहे,नज़रो में घुल घुल जाए रे।
मन आधार हमारे दो फूलन के गजरे मन आधार हमारे।वोही गजरा मैया शारदा के सोहे,नज़रो में घुल घुल जाए रे।
मन आधार हमारे दो फूलन के गजरे मन आधार हमारे।जेहि गजरा मैया कलि के सोहे।
मैया काली के सोहे काली के सोहे। दीन भगत कहे काली के सोह।नज़रो में घुल घुल जाए रे।
दो फूलन के गजरे मन आधार हमारे। वोही गजरा दुर्गा मैया को सोहे,नज़रो में घुल घुल जाए रे।