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विविध भजन

mera mati hoya sharir baith layi malik ke rath me,हे मेरा माटी होया शरीर बैठ लई मालिक के रथ में।

हे मेरा माटी होया शरीर बैठ लई मालिक के रथ में।

हे मेरा माटी होया शरीर बैठ लई मालिक के रथ में।हे मेरा माटी होया शरीर बैठ लई मालिक के रथ में।बैठ लई मालिक के रथ में।बैठ लई मालिक के रथ में।हे मेरा माटी होया शरीर बैठ लई मालिक के रथ में।

खेता में ते राजा आया। जीते जी ना हंस बतलाया। आहे माटी पर मचाए शोर,बैठ लई मालिक के रथ में।हे मेरा माटी होया शरीर बैठ लई मालिक के रथ में।हे मेरा माटी होया शरीर बैठ लई मालिक के रथ में।

फौज में ते बेटा आया। जीते जी ना फोन मिलाया।आहे माटी पर मचाए शोर,बैठ लई मालिक के रथ में।हे मेरा माटी होया शरीर बैठ लई मालिक के रथ में।हे मेरा माटी होया शरीर बैठ लई मालिक के रथ में।

भीतर ते बा बहुवड़ आई।जीते जी ना चुन्दड़ उड़ाई।आहे माटी पर उड़ाए शोल,बैठ लई मालिक के रथ में।हे मेरा माटी होया शरीर बैठ लई मालिक के रथ में।हे मेरा माटी होया शरीर बैठ लई मालिक के रथ में।

सासरे ते मेरी बेटी आई, माता माता करती आई आहे मेरा माटी भया शरीर,आहे माटी पर मचाए शोर,बैठ लई मालिक के रथ में।हे मेरा माटी होया शरीर बैठ लई मालिक के रथ में।हे मेरा माटी होया शरीर बैठ लई मालिक के रथ में।

अपने घर ते पड़ोसन आई। जीते जी तो रोज लड़ाईआहे माटी पर मचाए शोर,बैठ लई मालिक के रथ में।हे मेरा माटी होया शरीर बैठ लई मालिक के रथ में।हे मेरा माटी होया शरीर बैठ लई मालिक के रथ में।

हे मेरा माटी होया शरीर बैठ लई मालिक के रथ में।हे मेरा माटी होया शरीर बैठ लई मालिक के रथ में।बैठ लई मालिक के रथ में।बैठ लई मालिक के रथ में।हे मेरा माटी होया शरीर बैठ लई मालिक के रथ में।

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