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Jaypur wali chunri by Sunita Swami,जयपुर वाली चुनरी जा पर मंडियां दादर मोर ओढ़ में नाचूंली

जयपुर वाली चुनरी, जा पर मंडियां दादर मोर, ओढ़ में नाचूंली।

जयपुर वाली चुनरी, जयपुर वाली चुनरी, जा पर मंडियां दादर मोर, ओढ़ में नाचूंली।चुनर रे रेशमी कोर,ओढ़ में नाचूंली।

ओढ़ चुनर मैं तो नाचू सज धज के। रेशम वाली चुनरी में हीरा मोती भलके।जा पर मंडियां दादर मोर, ओढ़ में नाचूंली।चुनर रे रेशमी कोर,ओढ़ में नाचूंली।

सतरंगी चुनरी रे सतरंगी चुनरी। आ तो सरर सरर उड़ जावे रे,सतरंगी चुनरी।जा पर मंडियां दादर मोर, ओढ़ में नाचूंली।चुनर रे रेशमी कोर,ओढ़ में नाचूंली।

झीनी चुन्दडी ने देखे है निरखे है सगला लोग।निरखे है सगला लोग चुनरी इसी आई में ओढ़।झीनी चुनरी में मंडियां दादर मोर, ओढ़ में नाचूंली।चुनर रे रेशमी कोर,ओढ़ में नाचूंली।

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