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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Kanuda thari Lage chabi pyari,कानुड़ा थारी लागे छवि प्यारी बिरज म बाँसुरी बाज़ी,krishna bhajan

कानुड़ा थारी लागे छवि प्यारी
बिरज म बाँसुरी बाज़ी ।।

कानुड़ा थारी लागे छवि प्यारी
बिरज म बाँसुरी बाज़ी ।।



मीरां महला उतरी रे छापा तीलक लगाय ।
बतलाई बोल न हीं रे राणों रयों रिझाय रे।कानुड़ा थारी लागे छवि प्यारी
बिरज म बाँसुरी बाज़ी ।।


मीरा ऊभी गोखडे रे,
उंटा कसीयो भार ।
दाव छोडयों मेडतो रे ,
सीदी पुष्कर जाय रे।कानुड़ा थारी लागे छवि प्यारी
बिरज म बाँसुरी बाज़ी ।।



जहर पीयालो राणों भेजीयो रे दयो मीरां न जाय ।
कर चरणा मृत प़ी गयी रे
थे जानों यदुनाथ रे ।कानुड़ा थारी लागे छवि प्यारी
बिरज म बाँसुरी बाज़ी ।।



सर्प पिटारो राणों भेजियो रे दयो मीरां न जाय ,
खोल पिटारो मीरां पेरीयो रे बनग्यों नोसर हार रे।कानुड़ा थारी लागे छवि प्यारी
बिरज म बाँसुरी बाज़ी ।।



राणों मीरां पर कोपियों रे सूत लयी तलवार
मारया प्रायछित लागसि रे पीवर दयो पहुचाय रे ।कानुड़ा थारी लागे छवि प्यारी
बिरज म बाँसुरी बाज़ी ।।



मीरां हर की लाडली रे
राणों बन को ठूंठ ।
समझाया समझयो नही रे ले ज्याति बेकुंट रे ।कानुड़ा थारी लागे छवि प्यारी
बिरज म बाँसुरी बाज़ी ।।

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