आज जोगन बन जउंगी
पिया मिलन के काज आज जोगन बन जाऊँगी।आज जोगन बन जउंगी
पिया मिलन के काज आज जोगन बन जाऊँगी।
हार सिंगार छोड़ कर
अंग भभूति रमाउंगी
में सेली सिंघी पहन गले में अलख जगाउँगी । आज जोगन बन जउंगी
पिया मिलन के काज आज जोगन बन जाऊँगी।
काशी मथुरा हरिद्वार सब तीर्थ नहाऊँगी
जाय हिमाचल करू तपश्या तन को सुखाऊँगी ।आज जोगन बन जउंगी
पिया मिलन के काज आज जोगन बन जाऊँगी।
ऋषि मुनीयों के आश्रम जा कर खोज लगाऊँगी ,
में बाहर भीतर सब जग
ढूंढू नही अटकाऊँगी ।आज जोगन बन जउंगी
पिया मिलन के काज आज जोगन बन जाऊँगी।
निश दिन तेरा ध्यान लगा कर दर्शन पाऊँगी
“ब्रह्मानंद”पिया घर जा कर मंगल गाऊँगी।आज जोगन बन जउंगी
पिया मिलन के काज आज जोगन बन जाऊँगी।