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विविध भजन

Wo man kaha se laau teri bhakti me Jo man Lage,वो मन कहां से लाऊं तेरी भक्ति में जो मन लगे

वो मन कहां से लाऊं तेरी भक्ति में जो मन लगे।

वो मन कहां से लाऊं तेरी भक्ति में जो मन लगे।वो मन कहां से लाऊं तेरी भक्ति में जो मन लगे।

भोले तेरे रहने को कैलाश पर्वत है। पर्वत कहां से लाऊं तेरी भत्ति में जो मन लगे। वो मन कहाँ से लाऊं तेरी भक्ति में जो मन लगे।वो मन कहां से लाऊं तेरी भक्ति में जो मन लगे।

भोले तेरे माथे में गंगा की धारा है। गंगा कहां से लाऊं तेरी भक्ति में जो मन लगे ।वो मन कहा से लाऊ तेरी भक्ति में जो मन लगे।वो मन कहां से लाऊं तेरी भक्ति में जो मन लगे।

भोले तेरे माथे में चंदा विराजे है। चंदा कहां से लाऊ तेरी भक्ति में जो मन लगे। वो मन कहा से लाऊ,तेरी भक्ति में जो मन लगे।वो मन कहां से लाऊं तेरी भक्ति में जो मन लगे।

भोले तेरे गले में नागों की माला है. नाग कहा से लाऊं तेरी भक्ति में जो मन लगे।वो मन कहां से लाऊं तेरी भक्ति में जो मन लगे।वो मन कहां से लाऊं तेरी भक्ति में जो मन लगे।

भोले तेरे हाथों में डमरू विराजे है। डमरू कहा से लाऊं तेरी भक्ति में जो मन लगे। वो मन कहा से लाऊ तेरी भक्ति में जो मन लगे।वो मन कहां से लाऊं तेरी भक्ति में जो मन लगे।

भोले तेरे बाए में गौरा बिराजे है। गौरा कहा से लाऊं तेरी भक्ति में जो मन लगे। वो मन कहा से लाऊ तेरी भक्ति में जो मन लगे।वो मन कहां से लाऊं तेरी भक्ति में जो मन लगे।

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