(तर्ज : जादूगर सैया)
सोना सोना पलना, झूला झूले ललना। झूला झूलाए तेरी माय, गीगा अब रोय मतना – 2
दादो जी झूलावे, दादी जी लोरी गावे । भूवा बाई साखिया पूराय – गीगा अब रोय मतना।
सोना सोना पलना, झूला झूले ललना। झूला झूलाए तेरी माय, गीगा अब रोय मतना।
बाबा जी झूलाए, ताई जी मंगल गाये। बहना आरती उतार – गीगा अब रोय मतना। सोना सोना पलना, झूला झूले ललना। झूला झूलाए तेरी माय, गीगा अब रोय मतना।
नानो जी झूलावे, नानी जी लोरी गावे । मामा जी झूलावे, मामी जी मंगल गावे मासीजी रूपैया लुटाय, गीगा अब रोय मतना।
सोना सोना पलना, झूला झूले ललना। झूला झूलाए तेरी माय, गीगा अब रोय मतना