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Sona ro Suraj ugyo ji mhare aangane,सोना रो सुरज उग्यो जी म्हारै आंगणे,jachha geet

सोना रो सुरज उग्यो जी म्हारै आंगणे

तर्जः रणक भंवर स्यूं आईया बाबा दूंदाला

सोना रो सुरज उग्यो जी म्हारै आंगणे। म्हारे हिवडे हरख अपार, म्हारे घरे जच्चा जायो गिगलो –



रख बधाई हो रही जी म्हारै आंगणे । कोई बाज्यो सोहन याल, म्हारे घरे, हो रया हरख बधावणा,सोना रो सुरज उग्यो जी म्हारै आंगणे। म्हारे हिवडे हरख अपार, म्हारे घरे जच्चा जायो गिगलो – २

बंदनवार सजाऊं म्हारे वरणे – २
काई आंगन चोक पुराय, म्हारे घरे हो रया हरख बधावणा, सोना रो सुरज उग्यो जी म्हारै आंगणे। म्हारे हिवडे हरख अपार, म्हारे घरे जच्चा जायो गिगलो – २

दादीजी तो आया म्हारै आंगणे – २
ब तो आकर थाल बजाय, म्हारे घरे हो रया हरख बधावणा,सोना रो सुरज उग्यो जी म्हारै आंगणे। म्हारे हिवडे हरख अपार, म्हारे घरे जच्चा जायो गिगलो – २



भूवा बाई, आया म्हारै आंगणे -२ ब तो साखिया पूराई लेवे नेग, म्हारे घरे हो रया हरख बधावणा।सोना रो सुरज उग्यो जी म्हारै आंगणे। म्हारे हिवडे हरख अपार, म्हारे घरे जच्चा जायो गिगलो – २





दादाजी रो लाडलो जी म्हारै आंगणै -२
नानाजी रो लाड दोहितो, – म्हारे घरे हो रया हरख बधावणा, सोना रो सुरज उग्यो जी म्हारै आंगणे। म्हारे हिवडे हरख अपार, म्हारे घरे जच्चा जायो गिगलो – २

अधज्यो बधज्यो, फुलज्यो जी मुन्ना लाडला – २ म्हारो ओ ही आशीर्वाद, म्हारे घरे हो रया हरख बधावणा।सोना रो सुरज उग्यो जी म्हारै आंगणे। म्हारे हिवडे हरख अपार, म्हारे घरे जच्चा जायो गिगलो – २

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