तर्ज, जीया बेकरार है
गोरे गोरे गाल है, घुंघरवाले बाल है। ऐसे साहबजादे के, ऐसे सुन्दर लाल है।।
दाई आए, नाला काटे मांगे अपना नेग है। मांगे अपने है। नेग देना बार बार बातों से ना टालना।
खुशी का ये शुभ दिन खुशी में ही टालना। गोरे गोरे गाल है, घुंघरवाले बाल है। ऐसे साहबजादे के, ऐसे सुन्दर लाल है।।
दादीजी, आए थाळी बजाए, मांगे अपना नेग है, नेग देना बार बार बातों से ना टालना।
खुशी का ये शुभ दिन खुशी में ही टालना। गोरे गोरे गाल है, घुंघरवाले बाल है। ऐसे साहबजादे के, ऐसे सुन्दर लाल है।।
ताईजी आए, मंगल गाए, मांगे अपना नेग है, नेग देना बार बार बातों से ना टालना।
खुशी का ये शुभ दिन खुशी में ही टालना। गोरे गोरे गाल है, घुंघरवाले बाल है। ऐसे साहबजादे के, ऐसे सुन्दर लाल है।।
काकाजी आए, मंगल गाए, मांगे अपना नेग है, नेग देना बार बार बातों से ना टालना।
खुशी का ये शुभ दिन खुशी में ही टालना। गोरे गोरे गाल है, घुंघरवाले बाल है। ऐसे साहबजादे के, ऐसे सुन्दर लाल है।।
भुवाजी आए, मंगल गाए, मांगे अपना नेग है, नेग देना बार बार बातों से ना टालना।
खुशी का ये शुभ दिन खुशी में ही टालना। गोरे गोरे गाल है, घुंघरवाले बाल है। ऐसे साहबजादे के, ऐसे सुन्दर लाल है।।
भाभीजी आए, मंगल गाए, मांगे अपना नेग है, नेग देना बार बार बातों से ना टालना।
खुशी का ये शुभ दिन खुशी में ही टालना। गोरे गोरे गाल है, घुंघरवाले बाल है। ऐसे साहबजादे के, ऐसे सुन्दर लाल है।।