तर्ज, सांवली सूरत पे मोहन
भोली सूरतिया पे भाभी, दिल दीवाना हो गया।तेरी सूरतिया पे भाभी ,दिल दीवाना हो गया।दिल दीवाना हो गया मेरा दिल मस्ताना हो गया।तेरी सूरतिया पे भाभी दिल दीवाना हो गया।भोली सूरतिया पे भाभी दिल दीवाना हो गया।
एक तो तेरे बाल लंबे,दूसरी चोटी बनी।तीसरा गजरा लगाना, दिल दीवाना हो गया।दिल दीवाना हो गया मेरा दिल मस्ताना हो गया।तेरी सूरतिया पे भाभी, दिल दीवाना हो गया।भोली सूरतिया पे भाभी, दिल दीवाना हो गया।
एक तो तेरे गाल गोरे, दूसरा डिंपल बना। तीसरा तेरा मुस्कुराना, दिल दीवाना हो गया।दिल दीवाना हो गया मेरा दिल मस्ताना हो गया।तेरी सूरतिया पे भाभी, दिल दीवाना हो गया।भोली सूरतिया पे भाभी, दिल दीवाना हो गया।
एक तो नाजुक कमरिया ,दूसरी लचकन भरी। तीसरा ईठला कर चलना, दिल दीवाना हो गया। दिल दीवाना हो गया मेरा दिल मस्ताना हो गया।तेरी सूरतिया पे भाभी, दिल दीवाना हो गया।भोली सूरतिया पे भाभी, दिल दीवाना हो गया।
एक तो भाभी हो मेरी, दूसरा फागुन चढ़ा। खेलना तेरे संग होली, दिल दीवाना हो गया। दिल दीवाना हो गया मेरा दिल मस्ताना हो गया।तेरी सूरतिया पे भाभी, दिल दीवाना हो गया।भोली सूरतिया पे भाभी ,दिल दीवाना हो गया।
भोली सूरतिया पे भाभी, दिल दीवाना हो गया।तेरी सूरतिया पे भाभी ,दिल दीवाना हो गया।दिल दीवाना हो गया मेरा दिल मस्ताना हो गया।तेरी सूरतिया पे भाभी दिल दीवाना हो गया।भोली सूरतिया पे भाभी दिल दीवाना हो गया।