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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Kanha chup chup ke rang daal gayo,कान्हा छुप छुप के रंग डाल गया,krishna bhajan

कान्हा छुप छुप के रंग डाल गया,

कान्हा छुप छुप के रंग डाल गया,में तो गई यमुना के तीर,या कान्हा ने होली में।

भर भर पिचकारी मार रहा।मेरा भीगा पतला चिर,या कान्हा ने होली में। में तो गई यमुना के तीर,या कान्हा ने होली में।कान्हा छुप छुप के रंग डाल गया,में तो गई यमुना के तीर,या कान्हा ने होली में।

मोपे लाल गुलाबी रंग डाल गया।गई चुनरी भीगम भीग,या कान्हा ने होली में।में तो गई यमुना के तीर,या कान्हा ने होली में।कान्हा छुप छुप के रंग डाल गया,में तो गई यमुना के तीर,या कान्हा ने होली में।

मेरी रंग भरी मटकी फोड़ देई।बड़ा नटखट जात अहीर,या कान्हा ने होली में।में तो गई यमुना के तीर,या कान्हा ने होली में।कान्हा छुप छुप के रंग डाल गया,में तो गई यमुना के तीर,या कान्हा ने होली में।

ऐसा रंग डाला मोपे सांवरा।याने डाली प्रेम जंजीर,या कान्हा ने होली में।में तो गई यमुना के तीर,या कान्हा ने होली में।कान्हा छुप छुप के रंग डाल गया,में तो गई यमुना के तीर,या कान्हा ने होली में।

कान्हा कुसुम के संग होली खेल रहे।लेकर के भगति नीर,या कान्हा ने होली में।में तो गई यमुना के तीर,या कान्हा ने होली में।कान्हा छुप छुप के रंग डाल गया,में तो गई यमुना के तीर,या कान्हा ने होली में।

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