तर्ज,पल्लो लटके
बालम रे भरोसे मैं तो, डागले चढ़ी। ऊपर सुत्यों रे नंदोई ,गलती महारे से होगी।
घणा दिना से बालम आया, छाई खुशी अपार। काजल टीकी लगा लगा कर, खूब करयो सिंगार। मैं तो, मैं तो, जाय डागले सोगी गलती मारे से होगी।ऊपर सुत्यों रे नंदोई, गलती महारे से होगी।बालम रे भरोसे मैं तो, डागले चढ़ी। ऊपर सुत्यों रे नंदोई ,गलती महारे से होगी।
चुनर ओढ़ काड लियो घुंघट,कोन्या दिखी पिछान। खाट पर सूतयो नंदोई, लाग्यो बलम समान।मैं तो, मैं तो, जाय डागले सोगी गलती मारे से होगी।ऊपर सुत्यों रे नंदोई, गलती महारे से होगी।बालम रे भरोसे मैं तो, डागले चढ़ी। ऊपर सुत्यों रे नंदोई ,गलती महारे से होगी।
ओढ़ रजाई सूत्यो नंदोई, ढकयो हुयो थो मुंडो।नंदोई के लारे म्हारो, कर दियो पग उंधो।मैं तो, मैं तो, जाय डागले सोगी गलती मारे से होगी।ऊपर सुत्यों रे नंदोई, गलती महारे से होगी।बालम रे भरोसे मैं तो, डागले चढ़ी। ऊपर सुत्यों रे नंदोई ,गलती महारे से होगी।
उठ सवारे मुंडो देखयो, उड़ गया म्हारा होश।हाथ गंवाया पावना अब, किने दिऊं दोष।मैं तो, मैं तो, जाय डागले सोगी गलती मारे से होगी।ऊपर सुत्यों रे नंदोई, गलती महारे से होगी।
बालम रे भरोसे मैं तो, डागले चढ़ी। ऊपर सुत्यों रे नंदोई ,गलती महारे से होगी।