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Bai sa ra bira mhane pihariye le chalo sa,बाई सा रा बीरा म्हानै पिहरीय ले चालो सा,holi geet

बाई सा रा बीरा म्हानै पिहरीय ले चालो सा,

बाई सा रा बीरा म्हानै पिहरीय ले चालो सा, पिहरीय री म्हानें ओल्यू आवै ।



धण अलबेली मीरगा नेणी मतवाली ऐ, सासरीय मं कांई दुख पावे । मायड़ थारी म्हास्यूं पाणीड़ो भरावे सा, पतळी कमर म्हारी लुळ लुळ जाय। पिहरीय री म्हानें ओल्यू आवै ।



पाणीड़ो भरण री बातां पैली म्हे बताया ऐ। पतली कमर कैंया लुळ लुळ जाय। बैनड़ थारी म्हास्यूं टेढी टेढी चाले सा, यो बरताव म्हानै कैइयां भावे । पिहरीय री म्हानें ओल्यू आवै ।



बेनड म्हारी हरीयल बागां री मैना ए। दिन दश रहके बातो उड़ जाये । थे तो बातां रा लोभी समझे ना समझाओ सा, सांची कहूं तो म्हाने लाज आवै। पिहरीय री म्हानें ओल्यू आवै ।



समज्या मीजाजण थारे हिवड़ेरी बातां ए। नव महीने थाळ बजवाव।
पेली तो थाळी म्हारै पिहरीय मं बाजै सा पिहरीयरी शोभा बढ ज्यावै। पिहरीय री म्हानें ओल्यू आवै ।

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