मेरे श्याम सा दिलदार कोई और नहीं है। खाटू सी यह सरकार कहीं और नहीं है।
जिसने भी मेरे श्याम का दीदार कर लिया। मेरे सांवरे के नाम पे एतबार कर लिया। वह श्याम श्याम हरपल ही गाने लगा। हर ग्यारस को खाटू हो आने लगा। मेरे श्याम सा दातार कोई और नहीं है।खाटू सी यह सरकार कहीं और नहीं है।
मेरे श्याम सा दिलदार कोई और नहीं है। खाटू सी यह सरकार कहीं और नहीं है।
सौ फूल खिले गजरे में सिंगार है ऐसा। आंखों में नूर ऐसा जो पहले नहीं देखा। इत्र की खुशबू खाटू के गलियों में उड़ रही। हम श्याम प्रेमियों पे यह जादू सा कर रही। मेरे श्याम सा सिंगार कहीं और नहीं है। खाटू सी यह सरकार कहीं और नहीं है।
मेरे श्याम सा दिलदार कोई और नहीं है। खाटू सी यह सरकार कहीं और नहीं है।
कहने से पहले ही यहां हर काम हो गया। मेरे श्याम का दीवाना यह जहान हो गया। सौरभ मधुकर बात मेरी मान लो जरा। एक बार मेरे सांवरे का नाम लो जरा। मिलता जो यहां प्यार कहीं और नहीं है। खाटू सी यह सरकार कहीं और नहीं है।
मेरे श्याम सा दिलदार कोई और नहीं है। खाटू सी यह सरकार कहीं और नहीं है।