तर्ज,सावन की बरसे बदरिया
पर्वत पर धूम मचाई रे भोले बाबा तुमने। सावन की मेघ बरसाई रे भोले बाबा तुमने।
आधे पर्वत पर बेला चमेली। आधे पर्वत पर बेला चमेली। आधे में भांग लगाई रे भोले बाबा तुमने।पर्वत पर धूम मचाई रे भोले बाबा तुमने। सावन की मेघ बरसाई रे भोले बाबा तुमने।
आधे पर्वत में चंदा और सूरज। आधे पर्वत में चंदा और सूरज। आधे में गंगा बहाई रे भोले बाबा तुमने।पर्वत पर धूम मचाई रे भोले बाबा तुमने। सावन की मेघ बरसाई रे भोले बाबा तुमने।
आधे अंगों में बाघ अंबर पहने। आधे अंगों में बाघ अंबर पहने। आधे में भस्मी रमाई रे भोले बाबा तुमने।पर्वत पर धूम मचाई रे भोले बाबा तुमने। सावन की मेघ बरसाई रे भोले बाबा तुमने।
आधे पर्वत में बिच्छू ततैया। आधे पर्वत में बिच्छू ततैया। आधे में सर्प लहराए रे भोले बाबा तुमने। पर्वत पर धूम मचाई रे भोले बाबा तुमने। सावन की मेघ बरसाई रे भोले बाबा तुमने।
पर्वत पर धूम मचाई रे भोले बाबा तुमने। सावन की मेघ बरसाई रे भोले बाबा तुमने।