Categories
विविध भजन

Gyaras barat ujmayiyo re beta se araj kare,ग्यारस बरत उजमाईयो रे बेटा से अरज करे थी।

ग्यारस बरत उजमाईयो रे बेटा से अरज करे थी।

एक चार बेटा की माता ग्यारस को व्रत करें थी। ग्यारस बरत उजमाईयो रे बेटा से अरज करे थी।

पहला बेटा न्यू बोला मां कोठी मैंने बनाई री। आन जान का साधन नहीं था कार मने कड़वाई री अब धोरे कोन्या पाई री तने पहल्यां नही बताई।ग्यारस बरत उजमाईयो रे बेटा से अरज करे थी।

दूजा बेटा न्यू बोल्या मां खेती में घाटा हो गया री। राम ना बरसया अन्न ना होया घर ते भी मैं खोया री।अब धोरे कोन्या पाई री तने पहल्यां नही बताई।ग्यारस बरत उजमाईयो रे बेटा से अरज करे थी।

तीजा बेटा न्यू बोल्या मां पोता पोती ब्याही री। तेरे पोते के ब्याह में मैंने सारी पूंजी लाई री। ग्यारस तु उजमेगी मां धोरे कोन्या पाई री तने पहल्यां नही बताई।ग्यारस बरत उजमाईयो रे बेटा से अरज करे थी।

चौथा बेटा न्यू बोल्या मां आजा बैठ बताइए री। के ग्यारस व्रत में हो से माता बैठ बताइए री। मेरी मां ग्यारस भरत उजमाउ सारा सामान मंगाऊं री।ग्यारस बरत उजमाईयो रे बेटा से अरज करे थी।

पंडित बुला सुन मेरी माता ग्यारस का हवन कराओ री। दान करण में तेरे नाम ते घर में पंडित जी जिमाऊं री। सारे कुनबे ने बुलवाकर आदर सहित जीमाऊं।ग्यारस बरत उजमाईयो रे बेटा से अरज करे थी।

सारी बुआ बहना तेरी हाथा दान कराऊं। अपनी मां की जायियां की में बढ़िया सूट सीमाऊं।सारी भान के संग में में सारी रात कीर्तन गांऊं।ग्यारस बरत उजमाईयो रे बेटा से अरज करे थी।

भली करे भगवान लाल तेरे अन धन के भंडारे रे। मांता राख्या मान लाल तेरी हो जा वारे न्यारे रे।। जे दिया आशीर्वाद मने सुख भोगेगा सारे रे। बेटा धर्म-कर्म की लेर तू गुण गोविंद के गाइए। ग्यारस बरत उजमाईयो रे बेटा से अरज करे थी।

Leave a comment