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शिव भजन लिरिक्सshiv bhajan lyrics

Shankar se kah do karle singar,शंकर से कह दो कर ले श्रंगार गौरा पहनायेंगी फूलों के हार,shiv bhajan

शंकर से कह दो कर ले श्रंगार, गौरा पहनायेंगी फूलों के हार

तर्ज,आने से उसके आए बहार

शंकर से कह दो कर ले श्रंगार, गौरा पहनायेंगी फूलों के हार,गौरा तो दीवानी है सुनो देवता।



शंकर के सिर का क्या क्या श्रृंगार, जूड़ा जटायें और गंगा की धार, गंगा लहराती है, सुनो देवता।शंकर से कह दो कर ले श्रंगार, गौरा पहनायेंगी फूलों के हार,गौरा तो दीवानी है सुनो देवता।



शंकर के गले का क्या क्या श्रृंगार,बिच्छू ततैया और सपों के हार,सर्प लहराते हैं, सुनो देवता।शंकर से कह दो कर ले श्रंगार, गौरा पहनायेंगी फूलों के हार,गौरा तो दीवानी है सुनो देवता।

शंकर के हाथों का क्या क्या श्रंगार, त्रिशूल कमण्डल और डमरू की तान। तान मस्तानी है सुनो देवता।शंकर से कह दो कर ले श्रंगार, गौरा पहनायेंगी फूलों के हार,गौरा तो दीवानी है सुनो देवता।



शंकर के पैरों का क्या क्या श्रंगार, धूल खड़ाऊ और मस्तानी चाल, चाल मस्तानी है, सुनो देवत।शंकर से कह दो कर ले श्रंगार, गौरा पहनायेंगी फूलों के हार,गौरा तो दीवानी है सुनो देवता।

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