तर्ज,थोड़ी सी देर डट जा
जबसे बाबा थारी सेवा को काम मिल गयो। म्हाने रोजी-रोटी को इंतजाम मिल गयो।जबसे बाबा थारी सेवा को काम मिल गयो।
जाने कई देख के म्हाने सेवा में लगाया जी। पापी हृदय में भक्ति भाव थे जगाया जी। कुन से कर्मा को यो इनाम मिल गयो।
जबसे बाबा थारी सेवा को काम मिल गयो।जबसे बाबा थारी सेवा को काम मिल गयो। म्हाने रोजी-रोटी को इंतजाम मिल गयो।
तू ही मेरी मथुरा काशी तू ही हरिद्वार है। तेरे चारु मेर बाबा मेरा परिवार है। तेरे चरणों में चारो धाम मिल गयो।
जबसे बाबा थारी सेवा को काम मिल गयो। म्हाने रोजी-रोटी को इंतजाम मिल गयो।जबसे बाबा थारी सेवा को काम मिल गयो।
होठों पर हरदम थारे नाम को जिकर है।तेरे होता सोता म्हाने क्यांकी फिकर है।जीवन की चिंता से आराम मिल गयो।
जबसे बाबा थारी सेवा को काम मिल गयो। म्हाने रोजी-रोटी को इंतजाम मिल गयो।जबसे बाबा थारी सेवा को काम मिल गयो।
हाजिरी बजाओ माधव गली गली घूम के। भजन सुनाओ थाने नाच ओर झूम के। सुख दुख का साथी माने श्याम मिल गयो।
जबसे बाबा थारी सेवा को काम मिल गयो। म्हाने रोजी-रोटी को इंतजाम मिल गयो।जबसे बाबा थारी सेवा को काम मिल गयो।