एक तू जो मिला सारी दुनिया मिली, खिला जो मेरा दिल सारी बगिया खिली।
तू सूरज मैं सूरजमुखी हूँ पिया, ना देखूँ तुझे तो खिले ना जिया। तेरे रंग में रंगी मेरे दिल की कली……2 खिला जो मेरा दिल सारी बगिया खिली ॥ एक तू जो मिला,सारी दुनिया मिली, खिला जो मेरा दिल सारी बगिया खिली।
तू मेरा दीया तेरी बाती हूँ मैं कभी जो ना बिछड़े वो साथी हूँ मैं,
कभी जो ना बिछड़े वो साथी हूँ मैं, तू मेरा दीया तेरी बाती हूँ मैं। जो जलाया जली बुझाया बुझी…2 खिला जो मेरा दिल सारी बगिया खिली ॥ एक तू जो मिला,सारी दुनिया मिली, खिला जो मेरा दिल सारी बगिया खिली।
ये कैसा अनोखा है बंधन सजन, बिना डोर के बंध गया मेरा मन तू जिधर ले चला मैं उधर ही चली…. 2 खिला जो मेरा दिल सारी बगिया खिली ॥ एक तू जो मिला,सारी दुनिया मिली, खिला जो मेरा दिल सारी बगिया खिली।
एक तू जो मिला सारी दुनिया मिली, खिला जो मेरा दिल सारी बगिया खिली
एक तू जो मिला सारी, दुनिया मिली।