तर्ज,धमाल
लिछ मण के रे वाण लग्यो रे शक्ति,लिछ मण के।लाग्यो रे शक्ति रे पडो धरती रे,लिछ मण के।लिछ मण के रे वाण लग्यो रे शक्ति,लिछ मण के।लिछ मण के रे वाण लग्यो रे शक्ति,लिछ मण के।
ऐसो कोई वीर हो जो,लिछ मण ने जीवावे रे।ऐसो कोई वीर हो जो,लिछ मण ने जीवावे रे।
आधो आधो राज समाई धरती रे ,लिछ मण के।लिछ मण के रे वाण लग्यो रे शक्ति,लिछ मण के।लिछ मण के रे वाण लग्यो रे शक्ति,लिछ मण के।
के तो जीवावे माता सीता सतवंती।के तो जीवावे माता सीता सतवंती।के तो जीवावे हनुमानजती, लिछ मण के।लिछ मण के रे वाण लग्यो रे शक्ति,लिछ मण के।लिछ मण के रे वाण लग्यो रे शक्ति,लिछ मण के।लिछ मण के रे वाण लग्यो रे शक्ति,लिछ मण के।
सत से जीवावे माता सीता सतवंती।सत से जीवावे माता सीता सतवंती।
तप से जीवावे हनुमानजती रे,लिछ मण के।लिछ मण के रे वाण लग्यो रे शक्ति,लिछ मण के।लिछ मण के रे वाण लग्यो रे शक्ति,लिछ मण के।
संजीवन बूटी हनुमान झट ल्याया।संजीवन बूटी हनुमान झट ल्याया।
मूर्छा टूटी भाई लिछ मण की रे लिछ मण की।लिछ मण के रे वाण लग्यो रे शक्ति,लिछ मण के।लिछ मण के रे वाण लग्यो रे शक्ति,लिछ मण के।