तर्ज: कस्मे वादे प्यार वफा सब
रो रोकर फरियाद करा हां श्याम मिजाजी आजा रे।लखदातार कुहाव है तो दातारी दिखलाजा रे।
जद-जद म्हां पप आफत आव तुं संताप मिटाव है,
दीन-दुखी दरवाज आव मनवांछित फल पाव है
इसीलिये तो दुनियां तन्न जगत सेठ बतलाव है।
रो रोकर फरियाद करा हां श्याम मिजाजी आजा रे।लखदातार कुहाव है तो दातारी दिखलाजा रे।
आश लगा कर बैठया हां म्हे श्याम धणी इब आवगो।
कुछ न कुछ तो महर करगो कुछ न कुछ फरमांवेगो।
रख देवगो हाथ यो सिर पर चरणा से लिपटावगो।
रो रोकर फरियाद करा हां श्याम मिजाजी आजा रे।लखदातार कुहाव है तो दातारी दिखलाजा रे।
क्यां म अटक्यो सांवरिया तुं क्यां म बार लगाई है।
दुख पाव है टाबर तेरा कैयां तेर समाई है।
सुन नहीं के म्हारा दुखड़ा के कोई सौगन खाई है।
रो रोकर फरियाद करा हां श्याम मिजाजी आजा रे।लखदातार कुहाव है तो दातारी दिखलाजा रे।
नजर दया की कर दे इब तो म्हारो हिवड़ो खिल जासी।
रूकी पड़ी है जीवन गाड़ी बीका चक्का हिल जासी।
“बिन्नू’” बोले दर्शन दे दे म्हान सब बुछ मिल जासी।
रो रोकर फरियाद करा हां श्याम मिजाजी आजा रे।लखदातार कुहाव है तो दातारी दिखलाजा रे।