तर्ज,मेरा नाम है चमेली
म्हारो सांवरो मिजाजी, राखे भगता ने राजी, ऐसो देवता मिलेगो नाही दुसरो।
शरनागत ने गले लगावे, पुचकारे प्यार लुटावे,
ऐसो देवता मिलेगो नाही दुसरो।
एसो साँचो सेठ जगत में मिले बड़ी मुश्किल से।
कोई भी न खाली जावे बाबो की महफ़िल से।
सब पे लुटावे बाबो वारि वारि,
दुनिया में मशहुर है मेरे बाबा की दातारी,
मेरो सांवरो मिजाजी, राखे भगता ने राजी
ऐसो देवता मिलेगो नाही दुसरो।
जद यो पकड़े हाथ कोई तो फेर कदे न छोड़े,
सुन टाबर की टेर यो आवे चढ़ कर लीले घोड़े
दुखड़े के मुखड़े ने बाबो मोडे
श्याम धनि दातार जितावे हारी हर बाजी।
मेरो सांवरो मिजाजी राखे भगता ने राजी
ऐसो देवता मिलेगो नाही दुसरो।
दींन दुखी और हारयो की दूर करे परेशानी,
मन को साथी बन जावे है बाबो शीश का दानी।
हर दम ही राखे उनकी निगरानी
जग में सब से सची श्याम धनि की यारी,
मेरो सांवरो मिजाजी राखे भगता ने राजी
ऐसो देवता मिलेगो नाही दुसरो।
म्हारो सांवरो मिजाजी, राखे भगता ने राजी, ऐसो देवता मिलेगो नाही दुसरो।
शरनागत ने गले लगावे, पुचकारे प्यार लुटावे,
ऐसो देवता मिलेगो नाही दुसरो।