रही जिन्दगी तो मिलेगे दौंबारा,
मिलन रात भर का हमारा तुम्हारा,
मात पिता और भाई वहन,
सत्संग मे तुम आते रहना,
यही तुमसे है जग से कहना हमारा,
मिलन इक नजर का हमारा तुम्हारा,रही जिन्दगी तो मिलेगे दौंबारा,
मिलन रात भर का हमारा तुम्हारा,
रमता जोगी बहता पानी,
इस जीवन की यही है कहानी,
यही दुनिया मे जीना हमारा,
मिलन रात भर का हमारा तुम्हारा,रही जिन्दगी तो मिलेगे दौंबारा,
मिलन रात भर का हमारा तुम्हारा,
जीवन की नैया को कर दे हवाले।अपने प्रभु से नेह लगाले।वही तो बनेंगे सहारा तुम्हारा।मिलन रात भर का हमारा तुम्हारा,रही जिन्दगी तो मिलेगे दौंबारा,
मिलन रात भर का हमारा तुम्हारा,
रही जिन्दगी तो मिलेगे दौंबारा,
मिलन रात भर का हमारा तुम्हारा,