तर्ज,झिलमिल सितारों का आंगन होगा
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा,
तेरी पुजा करते बिते साँझ सवेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा।
नैनो कि खिड़की से तुमको,
पल पल में निहारु,
मन मे बिठा लूँ ,
तेरी आरती उतारूँ,
डाले रहु तेरे चरणों मे डेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा।
जो भी तेरा प्यारा हो वो,
मेरे दिल का प्यारा हो,
मेरे सर का ताज मेरी आखो का तारा हो,
सब मे निहारु रूप सुनहरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा।
प्यार हो सत्कर हो एतबार हो तुम्हारा,
सुख भी हो सारे ओर याद हो इशारा,
हो आत्मा पे तेरा ही डेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा।
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा,
तेरी पुजा करते बिते साँझ सवेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा।