चलो-२ सखी अब जाना,पिया भेज दिया परवाना।
एक दूत जबर चल आया, सब लश्कर लाव मंगाया,🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
किया बीच नगर के थाना।पिया भेज दिया परवाना।चलो-२ सखी अब जाना,पिया भेज दिया परवाना।
गढ़ कोट किला गिरवाया, सब द्वार बंद करवाया,🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
अब किस विध होए रहाना।पिया भेज दिया परवाना।चलो-२ सखी अब जाना,पिया भेज दिया परवाना।
जब दूत महल में आवे, वे तुरंत पकड़ ले जावे,
तेरा चले ना एक बहाना।पिया भेज दिया परवाना।चलो-२ सखी अब जाना,पिया भेज दिया परवाना।
वो पंथ कठिन है भारी, कर संग सामान तयारी,
ब्रह्मानंद फेर नहीं आना।पिया भेज दिया परवाना।चलो-२ सखी अब जाना,पिया भेज दिया परवाना।