तुलसी कहां से लाऊं रे श्याम तुलसी पर मचले। तुलसी पे रीझे श्याम तुलसी पर मचले।तुलसी कहां से लाऊं रे श्याम तुलसी पर मचले।
तुलसी को देखा मैंने भोले के अंगना। पार्वती तोड़न ना देवे,श्याम तुलसी पर मचले।🌺🌺🌺तुलसी कहां से लाऊं रे श्याम तुलसी पर मचले।
तुलसी को देखा मैंने गणपत के अंगना रिद्धि सिद्धि तोड़न ना देवे,श्याम तुलसी पर मचले।🌺🌺🌺तुलसी कहां से लाऊं रे श्याम तुलसी पर मचले।
तुलसी को देखा मैंने विष्णु जी के अंगना लक्ष्मी जी तोड़न ना देवे,श्याम तुलसी पर मचले।🌺🌺🌺तुलसी कहां से लाऊं रे श्याम तुलसी पर मचले।
तुलसी को देखा मैंने रामा के अंगना।सीता जी तोड़न ना देवे,श्याम तुलसी पर मचले।🌺🌺🌺तुलसी कहां से लाऊं रे श्याम तुलसी पर मचले।
तुलसी को देखा मैंने ब्रह्मा जी के अंगना।ब्रह्माणी तोड़न ना देवे,श्याम तुलसी पर मचले।🌺🌺🌺तुलसी कहां से लाऊं रे श्याम तुलसी पर मचले।
तुलसी को देखा मैंने भक्तों के अंगना।सखियां भोग लगाए रे,श्याम तुलसी पर मचले।🌺🌺🌺तुलसी कहां से लाऊं रे श्याम तुलसी पर मचले।