तर्ज,आना पवन कुमार
आओ तुलसा मैया, बिराजो मेरे घर अंगना। हरी हरी पत्तियां लहराओ, मैया जी मेरे घर अंगना।आओ तुलसा मैया, बिराजो मेरे घर अंगना।
गौ माता का गोबर मंगाऊं। अंगना में तेरे लिए चौकी लगाऊं। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺फूलों का हार पहनाऊं, विराजो मेरे घर अंगना।आओ तुलसा मैया, बिराजो मेरे घर अंगना।🌺हरी पत्तियां लहराओ, मैया जी मेरे घर अंगना।
धूप दीप और ज्योत जगाऊं। चंदन से अंगना मेहकाऊं। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺और गंगा जल चढ़ाऊं,विराजो मेरे घर अंगना।आओ तुलसा मैया, बिराजो मेरे घर अंगना।🌺हरी पत्तियां लहराओ, मैया जी मेरे घर अंगना।
फूल पत्तियां और रोली चढ़ाऊं।संध्या जगमग दीप जलाऊं।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 लाल लाल चुनरी उढ़ाऊं,विराजो मेरे घर अंगना।आओ तुलसा मैया, बिराजो मेरे घर अंगना।🌺हरी पत्तियां लहराओ, मैया जी मेरे घर अंगना।
सब सखियां मिल आरती गावे। तुमको पूजे तुमको मनावे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 और तेरी महिमा गावे,विराजो मेरे घर अंगना।आओ तुलसा मैया, बिराजो मेरे घर अंगना।🌺हरी पत्तियां लहराओ, मैया जी मेरे घर अंगना।
लाज हम सबकी रखना मैया। तेरे भरोसे जीवन नैया।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺तेरे दर्शन से तर जाए, विराजो मेरे घर अंगना।आओ तुलसा मैया, बिराजो मेरे घर अंगना।🌺हरी पत्तियां लहराओ, मैया जी मेरे घर अंगना।