ये माना की मां की है ममता महान। नहीं कुछ बिना बाप के।नहीं कुछ बिना बाप के।
मां है स्वर्ग तो,पिता स्वर्ग सुख है।पिता स्वर्ग सुख से ही,बेटे का मुख है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺ना माता कुमाता लई मैने जान।नहीं कुछ बिना बाप के।नहीं कुछ बिना बाप के।
मां लोरी सुनाए,सूखे सुलाए।पकड़ उंगली पापा चलना सिखाए।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺पिता का करो तुम,सदा ही सम्मान।नहीं कुछ बिना बाप के।नहीं कुछ बिना बाप के।
लक्ष्मण बड़ाई लिखी है पिता की। मां से भी बढ़कर है महिमा पिता की।🌺🌺🌺🌺🌺🌺 करले अपने पिता से पहचान।नहीं कुछ बिना बाप के।नहीं कुछ बिना बाप के।
ये माना की मां की है ममता महान। नहीं कुछ बिना बाप के।नहीं कुछ बिना बाप के।