तर्ज,देखो म्हारो श्याम कैसो जच रहयो है
एकदिन में खरीद लाई,छोटी सी लटाई।२।सपने में श्याम संग, पतंग उड़ाई।२।
श्याम खींचे धागों पैर,लाम्बो लाम्बो बागो।ग्वाल बाल भेला होगया,देवे जोर हांको।२।राधा सोचे आज मन में, काँई है आई।२।सपने में श्याम संग, पतंग उड़ाई।२।
एकदिन में खरीद लाई,छोटी सी लटाई।२।सपने में श्याम संग, पतंग उड़ाई।२।
जिंदगी की डोर मेरी, खींचतो रहिजे।खींचकर कालजे,लपेटतो रहिजे।२।🌹🌹थारे खींचे श्याम में तो, उडूं मनचाई।२।सपने में श्याम संग, पतंग उड़ाई।२।
एकदिन में खरीद लाई,छोटी सी लटाई।२।सपने में श्याम संग, पतंग उड़ाई।२।
राधा बोले सांवरा अब, मने भी उड़ावन दे।बोले कान्हो मेरा प्रेमी,मेरे हाथ रहवन दे। ढिलो छोडूं या लपेटूं,प्रेम डोर माही।२।🌹सपने में श्याम संग, पतंग उड़ाई।२।
एकदिन में खरीद लाई,छोटी सी लटाई।२।सपने में श्याम संग, पतंग उड़ाई।२।