बारी सी उमरिया औ धानी सी चुनरिया।
गजब कर गयी हाय ब्रज की राधा।
गजब कर गयी हाय ब्रज की राधा।
हाथों में रच रही रचनी सी मेहदी।🌺🌺🌺
हाथों में रच रही रचनी सी मेहदी।
होठों पे लाली औ नाक नथुनिया।
गजब कर गयी हाय ब्रज की राधा।
गजब कर गयी हाय ब्रज की राधा।
कानों में पहनी थी सोने की बाली।🌺🌺
कानों में पहनी थी सोने की बाली।
माथे पे टीका उमर है बारी।
गजब कर गयी हाय ब्रज की राधा।
गजब कर गयी हाय ब्रज की राधा।
प्यारी सी सूरत दिल में समा गयी।🌺🌺
प्यारी सी सूरत दिल में समा गयी।
ना हुई साडी अबहीं वो कंवारी।
गजब कर गयी हाय ब्रज की राधा।
गजब कर गयी हाय ब्रज की राधा।
राधा को मैया मोहे दूल्हा बना दे।🌺🌺🌺
राधा को मैया मोहे दूल्हा बना दे।
माथे पे मौरी मोरे लगा दे।
गजब कर गयी हाय ब्रज की राधा।
गजब कर गयी हाय ब्रज की राधा।