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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Nirdhan ro dhan girdhari,निर्धन रो धन गिरधारी,निर्धन रो धन साचो रे सांवरा,krishna bhajan

निर्धन रो धन गिरधारी,निर्धन रो धन साचो रे सांवरा

निर्धन रो धन गिरधारी,निर्धन रो धन साचो रे सांवरा।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
ए निर्धन रो धन गिरधारी,निर्धन रो धन साचो रे सांवरा।

दुर्बल जात सुदामा कहिजे,पूछत है उनकी नारी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
हरी सरीके मित्र तुम्हारे,अजहुन गयी दुविधा थारी ।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
निर्धन रो धन साचो रे सांवरा।

तिरीया जात समझ की ओछी,क्या सुमती गई है मारी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
कर्मो मे दरिद्र लिखीयो है,क्या करे मेरो गिरधारी ।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
निर्धन रो धन साचो रे सांवरा।

दो दो पेड कदम के तारे,तार गई गौतम नारी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
विश्वामित्र को यज्ञ सफल कर,आप बने हरी अवतारी ।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
निर्धन रो धन साचो रे सांवरा।

एक विश्वास राख एक धारा,प्रभु को पुरण गिरधारी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
दास सुदामा राख भरोसो,कंचन महल हुआ क्यारी ।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
निर्धन रो धन साचो रे सांवरा।

निर्धन रो धन गिरधारी,निर्धन रो धन साचो रे सांवरा।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
ए निर्धन रो धन गिरधारी,
निर्धन रो धन साचो रे सांवरा।

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