तर्ज,कृष्ण गोविंद गोपाल गाते चलो
जगदंबे महारानी अरज मेरी सुन लीजिए।
मैया पहली अरज मेरी सुन लीजिए अपने चरणों की दासी बना लीजिए।२।🌺🌺🌺🌺जगदंबे अरज मेरी सुन लीजिए।महारानी अरज मेरी सुन लीजिए।
दूजी अरज मेरी सुन लीजिए।मेरे कर्मों का लेखा,बना दीजिए।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺जगदंबे अरज मेरी सुन लीजिए।महारानी अरज मेरी सुन लीजिए।
मैया तिजी अरज मेरी सुन लीजिए।मेरा सोया है भाग,जगा दीजिए।२।🌺🌺🌺🌺जगदंबे अरज मेरी सुन लीजिए।महारानी अरज मेरी सुन लीजिए।
मैया चौथी अरज मेरी सुन लीजिए।मेरी खुशियों से झोली,भर दीजिए।२।🌺🌺🌺जगदंबे अरज मेरी सुन लीजिए।महारानी अरज मेरी सुन लीजिए।
मैया पांचवी अरज मेरी सुन लीजिए।मेरी गलती को स्वीकार कर लीजिए।२।🌺🌺जगदंबे अरज मेरी सुन लीजिए।महारानी अरज मेरी सुन लीजिए।