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श्याम भजन लिरिक्स

Jatni khatu ne chali,जाटनी खाटू ने चाली,shyam bhajan

जाटनी खाटू न चाली।जाटनी खाटू न चाली।

टिकट या जयपुर की कटवाई, चूरमा देसी घी का बनाई।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
और रींगस से ध्वजा उठाई, श्याम की जय जयकार लगाई।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
श्याम का पटका,गले में लटका।🌺🌺🌺
श्याम के दर्शन ने चाली, चाल चली हरियाणा वाली।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 पैर की जूती मटकन वाली, जाटनी खाटू ने चाली। जाटनी खाटू ने चाली

खाटू वाले श्याम धनी का, सुन के आई चर्चा।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
सांवरिया यो सेठ देवे है, हाथों हाथ ही पर्चा।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
यू सबसे ग्रेट सांवरा सेठ, देवे भक्तों ने खुशहाली।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
चाल चली हरियाणा वाली, पैर की जूती मटकन वाली।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
जाटनी खाटू न चाली।जाटनी खाटू न चाली।

हरियाणा से चली जाटणी, साथ जाट ने लेके। हाथ पकड़के चला यह जोड़ा, जय बाबा की कह के।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
यू गोरा गोरा जाट का छोरा, साथ बेटे ने ले चाली।जाटनी खाटू न चाली।जाटनी खाटू न चाली।

श्याम द्वार पर जाकर सब ने, माथा टेक लिया। जाट जाटनी श्याम धनी का, जलवा देख लिया।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
करें फिर फिर दर्शन होकर प्रसन्न, वा झोली भरके चाली।जाटनी खाटू न चाली।जाटनी खाटू न चाली।

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