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गुरु भजन लिरिक्स guru bhajan lyrics

Gurudev ki kutiya ko maine phoolo se sajaya, गुरुदेव की कुटिया को,guru bhajan

गुरूदेव की कुटिया को, मैंने फूलो से सजाया है।

तर्ज,श्याम तुमसे मिलने का सत्संग ही बहाना है

गुरूदेव की कुटिया को, मैंने फूलो से सजाया है।
मेरे घर आओ गुरूदेव, मैंने आप को बुलाया है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺

गुरु मेरे ब्रम्हा है, गुरु मेरे विष्णु हैं।
गुरु मेरे शिव भोले, जिसने जगत रचाया है।
गुरूदेव की कुटिया को, मैंने फूलों से सजाया है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺

गुरु मेरी गंगा है, गुरु मेरी जमुना है।
गुरु मेरी त्रिवेणी, जिसने जगत नवाया है।
गुरूदेव की कुटिया को, मैंने फूलो से सजाया है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺

गुरु मेरे चंदा है, गुरु मेंरे तारा है।
गुरु मेरे सूरज किरन, जिससे जगत उजियारा है।
गुरूदेव की कुटिया को, मैंने फूलो से सजाया है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺

गुरु मेरे माता पिता, गुरु मेरे बंधु सखा।
गुरु मेरे सतगुरु है, जिसने ज्ञान बताया है।
गुरूदेव की कुटिया को, मैंने फूलो से सजाया है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
मेरे घर आओ गुरूदेव, मैंने आप को बुलाया है।

गुरूदेव की कुटिया को, मैंने फूलो से सजाया है।
मेरे घर आओ गुरूदेव, मैंने आप को बुलाया है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺

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