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शिव भजन लिरिक्सshiv bhajan lyrics

Ya runjhun karti bhilni kathine chali re, या रुनझुन करती भीलनी, कठिने चाली रे,shiv bhajan

या रुनझुन करती भीलनी, कठिने चाली रे

तर्ज,या बाबोसा री लाड़ली

या रुनझुन करती भीलनी, कठिने चाली रे।शंकर बैठे कैलाश में, बठीने चाली रे।

शंकर भोले जमा के गोले,बैठे थे प्रभु ध्यान में।रुनझुन रुनझुन झांझर की, झंकार पड़ी जब कान में।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺रूप देख रह गए दंग,सुधबुध खो डाली रे।या रुनझुन करती भीलनी, कठिने चाली रे।

बोले शंकर सुनो भीलनी, बैठो हमारे पास जी।इस तन मन की बन जाओ मलका,हम बन गए दास तुम्हारे जी।🌺🌺🌺🌺🌺तीन लोक की आज बना दूं, तुझको रानी रे।या रुनझुन करती भीलनी, कठिने चाली रे।

बोली भीलनी सुनो शंकर जी,भंवर भील म्हारे घर में।उसने मार के मने ले जावे,हंसी होवेगी घर घर में।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺इतने में प्रभु ध्यान लगावे,दे दे ताली ने।या रुनझुन करती भीलनी, कठिने चाली रे।

ज्ञान ध्यान भूल गया भीलनी,मत ना डरे तूं मेरे से। जटा बीच में तने छूपाल्यूं,कोई ना जाने सिवा मेरे से।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺और फिर में करूं भीलनी,तेरी रुखाली रे।या रुनझुन करती भीलनी, कठिने चाली रे।

घर में थारे गौरा पार्वती, जटा में गंगा बहवे।अपनो हक छोड़कर गौरा, मने क्यूं रहने देवे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺इसी बात की होवे लड़ाई,सोच बिचारी रे।या रुनझुन करती भीलनी, कठिने चाली रे।

पार्वती ने पीहर भेजूं,सुनो भीलनी रानी जी।गंगा थारी करेगी चाकरी,तूं घर की महारानी जी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺और जो कोई शंका है तो, देऊं मिटाई रे।या रुनझुन करती भीलनी, कठिने चाली रे।

बैल चढ़ूं तो डरूं महादेव,सिंह देखूं डर लागे।पैदल तो में कदे ना चाली,सच बोलूं थारे आगे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺कहे सदाशिव डरो ना भीलनी,बैठो पीछे रे।या रुनझुन करती भीलनी, कठिने चाली रे।

महादेव का वचन सुनकर,भीलनी ने माया हटाई।ऊबी सामी हंसे गोरजा,शंकर गए शरमाई।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺मोची बनकर मने छली,अब बारी थारी रे।या रुनझुन करती भीलनी, कठिने चाली रे।

हाथ जोड़कर कहे गोरज़ा, हुयो हिसाब बराबर।भक्त मंडल सब कहे जम गए,भोले ध्यान लगाकर।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺सारी दुनियां गावे महिमा,ध्यान लगाकर रे।या रुनझुन करती भीलनी, कठिने चाली रे।

या रुनझुन करती भीलनी, कठिने चाली रे।शंकर बैठे कैलाश में, बठीने चाली रे।

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