तर्ज,सासु लड़ मत लड़ मत
हे राम तेरी दुनियां में कौन सुखी।कौन सुखी रे रामा कौन सुखी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺हे राम तेरी दुनियां में कौन सुखी।
एक राम सुखी एक सीता सुखी।२।जब वन को गए तब दोनों दुखी।२।🌺🌺🌺🌺🌺हे राम तेरी दुनियां में कौन सुखी।
एक माता सुखी एक पिता सुखी।२।जब पुत्र हो कपूत तब दोनों दुखी।२।🌺🌺🌺🌺हे राम तेरी दुनियां में कौन सुखी।
एक गंगा सुखी एक जमुना सुखी।२।जब पर्व पड़ा तो वो भी दुखी।२।🌺🌺🌺🌺🌺हे राम तेरी दुनियां में कौन सुखी।
एक चंदा सुखी एक सूरज सुखी।२।जब ग्रहण पड़ा तो वो भी दुखी।२।🌺🌺🌺🌺हे राम तेरी दुनियां में कौन सुखी।
एक भाई सुखी एक बहना सुखी।२।जब विदा किया तब वो भी दुखी।२।🌺🌺🌺🌺हे राम तेरी दुनियां में कौन सुखी
हे राम तेरी दुनियां में कौन सुखी।कौन सुखी रे रामा कौन सुखी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺हे राम तेरी दुनियां में कौन सुखी।