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Ganesh bhajan lyrics गणेश भजन लिरिक्स

Gajanan ki nikli sawari, गजानन की निकली सवारी,ganesh ji bhajan

गजानन की निकली सवारी,संग भक्तों की भीड़ है भारी।

तर्ज, मनिहारी का भेष बनाया

गजानन की निकली सवारी,संग भक्तों की भीड़ है भारी।

उड़े रंग गुलाल,करे ढोलक धमाल।२।नाचे गावे सभी,और मिलावे है ताल।🌺🌺🌺जयकारा लगाए नर नारी,संग भक्तों की भीड़ है भारी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺गजानन की निकली सवारी,संग भक्तों की भीड़ है भारी।

माथे मुकुट सोहे,गले में चंद्र हार।२।मानिक मोती मणि, लड़ियां है हजार।🌺🌺🌺🌺माथे तिलक सोहे लालम लाली,संग भक्तों की भीड़ है भारी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺गजानन की निकली सवारी,संग भक्तों की भीड़ है भारी।

देखो निकले हैं बप्पा,लुटाने को प्यार।२।हर लेंगे सब दुखड़े,होगा उद्धार।🌺🌺🌺🌺पग पग में जाऊं बलिहारी,संग भक्तों की भीड़ है भारी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺गजानन की निकली सवारी,संग भक्तों की भीड़ है भारी।

बड़े सुंदर सजल और सरल है देवा।२।कष्ट हरते है पल में, जो करता सेवा।🌺🌺🌺नतमस्तक है सब नर नारी,संग भक्तों की भीड़ है भारी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺गजानन की निकली सवारी,संग भक्तों की भीड़ है भारी।

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