तर्ज,सांवली सूरत पे मोहन
सारी दुनियां है दीवानी राधा रानी आपकी।कौन है जिसपर नहीं है, मेहरबानी आपकी।
सारा जहां है एक चमन और, इस चमन के फूल हम।इन सभी फूलों में श्यामा, हम निशानी आपकी।।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺कौन है जिसपर नहीं है, मेहरबानी आपकी।
सारी दुनियां है दीवानी राधा रानी आपकी।कौन है जिसपर नहीं है, मेहरबानी आपकी।
जैसे गंगा और जमुना की, धारा बहती भूमि पर।ऐसी ही बहती है ममता, राधा रानी आपकी।।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺कौन है जिसपर नहीं है, मेहरबानी आपकी।
सारी दुनियां है दीवानी राधा रानी आपकी।कौन है जिसपर नहीं है, मेहरबानी आपकी।
तन भी तेरा मन भी तेरा मेरा क्या है लाडली तेरा तुझको सौंपती हूं, है निशानी आपकी।।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺कौन है जिसपर नहीं है, मेहरबानी आपकी।
सारी दुनियां है दीवानी राधा रानी आपकी।कौन है जिसपर नहीं है, मेहरबानी आपकी।
उम्र भर गाती रहूं में, महिमा श्यामा आपकी। अपने चरणों में ही रखना, मेहरबानी आपकी।।🌺🌺🌺🌺🌺🌺कौन है जिसपर नहीं है, मेहरबानी आपकी।
सारी दुनियां है दीवानी राधा रानी आपकी।कौन है जिसपर नहीं है, मेहरबानी आपकी।