तर्ज,होली खेल रहे नंदलाल
व्रज में हो रही जय जयकार,नंद घर लाला जायो है।२।
ग्वाल बाल सब,रलमील गावे। यूथ के यूथ,नंद घर आवे।ब्रह्मानंद समान आज सुख,सबने पायो है।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹व्रज में हो रही जय जयकार,नंद घर लाला जायो है।
व्रज चौरासी कोस में भैया,सब कहे धन्य यशोदा मैया। अस्सी साल की आयु में सूत, ऐसो जायो है।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹व्रज में हो रही जय जयकार,नंद घर लाला जायो है।
ब्रह्मा शिव सनकादी आए,सिद्ध मुनि सब देव सिधाए।धर ग्वालन को रूप सबन मिल,मंगल गायो है।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹व्रज में हो रही जय जयकार,नंद घर लाला जायो है।
नंद यशोदा भाग्य बड़ाई,सब ही देने लगे बधाई।एसो अद्भुत सूत और नही,कोई जायो है।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹व्रज में हो रही जय जयकार,नंद घर लाला जायो है।