तर्ज,मेरे सिरपर रख दो बाबा
मेहंदी ल्याया राचनी सुनल्यों म्हारी मात।🌹मत देर करो थे मैया,मंडवालयों दोनों हाथ।
रतन सिंहासन आप बिराजो,महे चरना में बैठ्या हां। सोवणी सी महे मांडा मेहंदी,लाल सुरंगी राचे मां।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹म्हारो भाग्य संवारो मैया,रख दिज्यों सिर पर हाथ।मेहंदी ल्याया राचनी सुनल्यों म्हारी मात।
लाल गुलाबी फुलां से,थारो दरबार सजावंगा।चूड़ा चुनड़ मोली से,थारो श्रृंगार करावांगा।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹थारे चरणों की रज देदयो, मां मत करियों इनकार।मेहंदी ल्याया राचनी सुनल्यों म्हारी मात।
रोली मोली श्रीफल ले मां,पूजन थाल सजाया हां।भांति भांति का मेवा मिसरी,छप्पन भोग लगाया हां।🌹🌹🌹बस नेह लगाया मैया,थे कर लिजयो स्वीकार।मेहंदी ल्याया राचनी सुनल्यों म्हारी मात।
मेहंदी ल्याया राचनी सुनल्यों म्हारी मात।🌹मत देर करो थे मैया,मंडवालयों दोनों हाथ।