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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Chod de pitambar, छोड़ दे पीतांबर राधे,krishna bhajan

छोड़ दे पीतांबर राधे, सभा बीच जाने दे।

तर्ज,देखो म्हारो श्याम कैसो जच रहयो

छोड़ दे पीतांबर राधे, सभा बीच जाने दे। २। आज मुझे द्रोपदी की,लाज तो बचाने दे।२।

जब शिशुपाल ने, चक्र चलाया था। 🌹🌹मेरी उंगली में राधे, खून बह कर आया।🌹 चीर बांधा कर्ज मुझपर,कर्ज को चुकाने दे। आज मुझे द्रोपदी की,लाज तो बचाने दे।२।

छोड़ दे पीतांबर राधे, सभा बीच जाने दे। २। आज मुझे द्रोपदी की,लाज तो बचाने दे।२।

आज मुझे सभा बीच, द्रौपदी पुकार रही। बार-बार कृष्ण कृष्ण, नाम वह पुकार रही। चढ़ा हुआ कर्ज मुझे, आज उतारने दे।🌹आज मुझे द्रोपदी की,लाज तो बचाने दे।२।

छोड़ दे पीतांबर राधे, सभा बीच जाने दे। २। आज मुझे द्रोपदी की,लाज तो बचाने दे।२।

आज मैं ना जाऊंगा तो, लाज उसकी जाएगी। ताने मार मार वह है, मुझको सुनाएगी। २।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹आज उसको दुष्टों के, फंदे से छुड़ाने दे।आज मुझे द्रोपदी की,लाज तो बचाने दे।२।

छोड़ दे पीतांबर राधे, सभा बीच जाने दे। २। आज मुझे द्रोपदी की,लाज तो बचाने दे।२।

तेरे पीछे राधा मैं तो, भक्तों को ना छोडूंगा। प्रेम वाला नाता राधा, कभी भी ना तोडूंगा। सभा बीच साड़ियों का, ढेर लगाने दे।🌹 आज मुझे द्रोपदी की,लाज तो बचाने दे।२।

छोड़ दे पीतांबर राधे, सभा बीच जाने दे। २। आज मुझे द्रोपदी की,लाज तो बचाने दे।२।

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