तर्ज, चल उड़ जा रे पंछी
चंदा छुपजा रे बादल में म्हारो, राम गयो बनवास। राम गयो बनवास म्हारो, लखन गयो बनवास।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹चंदा छुपजा रे बादल में म्हारो, राम गयो बनवास।
राम बिना म्हारी सूनी अयोध्या, लखन बिना ठकुराई। सीता बिना म्हारी सुनी रसोई, कौन करे चतुराई।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹चंदा छुपजा रे बादल में म्हारो, राम गयो बनवास।
आगे आगे राम चलत है, पीछे लक्ष्मण भाई। बीच-बीच में चलत जानकी, शोभा वर्णी न जाई।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹चंदा छुपजा रे बादल में म्हारो, राम गयो बनवास।
सावन बरसे भादो बरसे, पवन चले पुरवाई। वृक्ष के नीचे तीनों भीजे, राम लखन सीता माई।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹चंदा छुपजा रे बादल में म्हारो, राम गयो बनवास।
रावण मार राम घर आए, घर घर बटत बधाई। माता कौशल्या करे आरती, तुलसीदास जस गाई।🌹🌹🌹🌹🌹🌹चंदा छुपजा रे बादल में म्हारो, राम गयो बनवास।
राम गयो बनवास म्हारो, लखन गयो बनवास।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹चंदा छुपजा रे बादल में म्हारो, राम गयो बनवास।