सजधज के जिस दिन मौत,की शहजादी आयेगी। ना सोना काम आएगा,ना चांदी आयेगी।
छोटा सा तूं,कितने बड़े अरमान तेरे। मिट्टी का तूं, सोने के सब सामान है तेरे।🌹🌹🌹🌹 मिट्टी की काया मिट्टी में, जिसदिन समाएगी।ना सोना काम आएगा,ना चांदी आयेगी।🌹🌹सजधज के जिस दिन मौत,की शहजादी आयेगी।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹ना सोना काम आएगा,ना चांदी आयेगी।
पंछी है पर, पंछी पीजड़ा खोल के उड़जा।माया मोह के सारे बंधन,तोड़ के उड़जा।🌹🌹🌹दिल की हर धड़कन में जिस दिन,मौत गुनगुनाएगी।ना सोना काम आएगा,ना चांदी आयेगी।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹सजधज के जिस दिन मौत,की शहजादी आयेगी।ना सोना काम आएगा,ना चांदी आयेगी।
अच्छे किए कर्म, जो तूने पाया मानुष तन। पाप में क्यों, भटक रहा है रे पापी तेरा मन।🌹🌹 पाप की नैया तुमको, एक दिन डूबाएगी।ना सोना काम आएगा,ना चांदी आयेगी।🌹🌹सजधज के जिस दिन मौत,की शहजादी आयेगी। ना सोना काम आएगा,ना चांदी आयेगी।
धन दौलत से, एक दिन तेरा खाली होगा हाथ। अंत समय फिर, प्रभु का एक भजन चलेगा साथ।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 सतगुरुऔ की तब बाणी, तुम्हें याद आएगी।ना सोना काम आएगा,ना चांदी आयेगी।🌹🌹सजधज के जिस दिन मौत,की शहजादी आयेगी। ना सोना काम आएगा,ना चांदी आयेगी।
सजधज के जिस दिन मौत,की शहजादी आयेगी। ना सोना काम आएगा,ना चांदी आयेगी।
तर्ज,बेदर्दी से प्यार का सहारा न मिला