थे ही म्हारा मायड़ बाप जी ओ म्हारा,खाटू का सरदार।नैया पड़ी है मझधार,उतारो पार जी।
डगमग डगमग डोलती,नैया डूबेली मझधार। ओ नैया डूबेली मझधार।🦚🦚🦚🦚🦚🦚आकर सम्हालो पतवार,उतारो पार जी।नैया पड़ी है मझधार,उतारो पार जी।
जीवन घोर अंधेरे में जी कोई नहीं सूझे पार। ओ कोई नहीं सूझे पार।🦚🦚🦚🦚🦚🦚 लयो म्हाने इब तो उबार,उतारो पार जी।नैया पड़ी है मझधार,उतारो पार जी।
भर भर आवे म्हारो कालजो जी बाबा,थारो ही आधार। ओ बाबा थारो ही आधार।कर दो किरपा करतार,उतारो पार जी।नैया पड़ी है मझधार,उतारो पार जी।
चरणों में थारे म्हाने राखियो जी थे तो,म्हारा लखदातार। ओ बाबा म्हारा लखदातार।🦚🦚दास करे है पुकार,उतारो पार जी।नैया पड़ी है मझधार,उतारो पार जी।
थे ही म्हारा मायड़ बाप जी ओ म्हारा,खाटू का सरदार।नैया पड़ी है मझधार,उतारो पार जी।