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श्याम भजन लिरिक्स

Shyam bhajan,the hi mhara mayad baap, थे ही म्हारा मायड़ बाप

थे ही म्हारा मायड़ बाप जी ओ म्हारा,खाटू का सरदार।

थे ही म्हारा मायड़ बाप जी ओ म्हारा,खाटू का सरदार।नैया पड़ी है मझधार,उतारो पार जी।

डगमग डगमग डोलती,नैया डूबेली मझधार। ओ नैया डूबेली मझधार।🦚🦚🦚🦚🦚🦚आकर सम्हालो पतवार,उतारो पार जी।नैया पड़ी है मझधार,उतारो पार जी।

जीवन घोर अंधेरे में जी कोई नहीं सूझे पार। ओ कोई नहीं सूझे पार।🦚🦚🦚🦚🦚🦚 लयो म्हाने इब तो उबार,उतारो पार जी।नैया पड़ी है मझधार,उतारो पार जी।

भर भर आवे म्हारो कालजो जी बाबा,थारो ही आधार। ओ बाबा थारो ही आधार।कर दो किरपा करतार,उतारो पार जी।नैया पड़ी है मझधार,उतारो पार जी।

चरणों में थारे म्हाने राखियो जी थे तो,म्हारा लखदातार। ओ बाबा म्हारा लखदातार।🦚🦚दास करे है पुकार,उतारो पार जी।नैया पड़ी है मझधार,उतारो पार जी।

थे ही म्हारा मायड़ बाप जी ओ म्हारा,खाटू का सरदार।नैया पड़ी है मझधार,उतारो पार जी।

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