तेरी मेरी करता सारों जनम गवांयो। भटक्यों मारयो मारयो कुछ हाथ ना आयो।🌹🌹🌹 नाम लियो ना पल भर भी दादी को। बंदा तूं तो नाम लियो ना, पल भर भी दादी को।
दादी जी ने दुर्गा कहवे, कोई कहवे काली। खून पीवे दुष्टारों मां, बनके मतवाली।🌹🌹🌹🌹 भक्त जनन प्रतिपाली है दादी जी। मैया मेरी भक्त जनन प्रतिपाली।
टाबरिया रि टेर सूंन, दादी दौड़ी आवे। भक्ता रा संताप दादी तुरंत मिटावे।🌹🌹🌹🌹🌹 देर लगावे ना पल भर भी दादी जी। मैया मेरी देर लगावे ना।
कोई ना दातार जग में, दादी जी शरीखो। चंदा और सूरज से है, तेज थारो तीखो।🌹🌹🌹 इंद्रधनुष पड़ गयो फीको दादी जी। थारे आगे इंद्रधनुष पड़ गयो फीको।
मैं भी तो हां दादी थारे, दरस का प्यासा। तोड़ो मना दादी म्हारे, मनडे री आशा।🌹🌹🌹🌹 प्यास बुझावन आओ जी दादी जी। मैया मेरी दरस दिखावन।