तर्ज,मोरिया आछों बोलयो रे
कन्हैया हींडो घालयों रे हरियल बाग में।बाग में,बाग में।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚आई आई रे,सावानिया री तीज कन्हैया, हींडो घालयों रे हरियल बाग में।
कन्हैया सावन सुरंगों प्यारो मास रे।चमके चमके रे आभा में प्यारी तीज कन्हैया, हींडो घालयों रे हरियल बाग में।
कन्हैया रिमझिम बरसे रे रुडो मेवडा। म्हारी तारा छाई चुनर जावे भीज कन्हैया, हींडो घालयों रे हरियल बाग में।
कन्हैया संग की सहेलयां जोवे बाट रे। बांकी सासु और जेठानी जावे खींज कन्हैया, हींडो घालयों रे हरियल बाग में।
कन्हैया राधा दीवानी थारे नाम की। म्हारी कंचन जैसी काया जावे छिज कन्हैया, हींडो घालयों रे हरियल बाग में।
कन्हैया सारी सहेलयां कि या विनती। थे तो बादिला भगतां पर जाओ रिझ कन्हैया, हींडो घालयों रे हरियल बाग में।
कन्हैया हींडो घालयों रे हरियल बाग में।बाग में,बाग में।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚आई आई रे,सावानिया री तीज कन्हैया, हींडो घालयों रे हरियल बाग में।