भीगी पलकों ने श्याम पुकारा है। कहां हो सांवरिया मुझे तेरा सहारा है।
दरबार निराला है, बाबा दिल वाला है। बस तुमसे मांगेंगे, तू ही देने वाला है।🦚🦚🦚🦚 जो जग से हार गए, उसे तुमने तारा है। कहां हो सांवरिया मुझे तेरा सहारा है।भीगी….
गिरते को उठाते हो, हारे को जीताते हो। भक्तों के सारे गम , तुम पल में मिटाते हो।🦚🦚🦚 मझधार में नैया है, बड़ी दूर किनारा है।कहां हो सांवरिया मुझे तेरा सहारा है।भीगी….
कब तक रोएंगे, कब तक रुलाओगे। तुम्हें तरस नहीं आता, हमें कितना सताओगे।🦚🦚🦚 हारों की किस्मत को, तुमने ही सवांरा है।कहां हो सांवरिया मुझे तेरा सहारा है।भीगी…
भीगी पलकों ने श्याम पुकारा है। कहां हो सांवरिया मुझे तेरा सहारा है।