तर्ज,मेरा दिल ये पुकारे आजा
हारे के सहारे आजा, तेरा दास पुकारे आजा। हम तो खड़े तेरे द्वार, सुन ले करुण पुकार। आओ श्याम४
लाख चाहूं मगर बात बनती नहीं, क्या करूं। नाव भटके मेरी पार लगती नहीं, क्या करूं। कैसे नैया होगी पार, छूट गई पतवार।🌹🌹 ओ श्याम, अब आ कर तू हाथ लगाजा।🌹🌹हारे के सहारे आजा, तेरा दास पुकारे आजा।
कोई सुनता नहीं, मैं सुनाऊं किसे ये बता।🌹 दर्द दिल का भला, मैं दिखाऊं किसे ये बता। तेरे होते मेरी हार, कैसे होगी सरकार।🌹🌹 ओ श्याम एक बार तूं बंधाजा।🌹🌹🌹🌹हम तो खड़े तेरे द्वार, सुन ले करुण पुकार। हारे के सहारे आजा।
क्या भजन में तेरे, श्याम गाता नहीं यह बता। अपने भजनों से मैं, क्या रे रिझाता नहीं यह बता।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 आकर तेरे दरबार, करूं तेरी जय जयकार।🌹 ओ श्याम फिर आकर कृपा बरसा जा।🌹🌹हम तो खड़े तेरे द्वार, सुन ले करुण पुकार। हारे के सहारे आजा