कून सुनेलो किने सुनाऊं।मनडे री बातां सारी,किने सुनाऊं।कून सुनेलो किने सुनाऊं
बाबुल आयो सागे, सुरिया ने ल्यायो।भात भरण ने कुछ भी न लायो।🌹🌹🌹🌹🌹सासु ननद पूछे, कांई बताऊं।कून सुनेलो किने सुनाऊं।
गांव गली रा म्हारी,हंसी उड़ाए, मोड़ा री जाई म्हाने सगला बताए।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹निर्धानिया री आज बेटी कुहाऊं।कून सुनेलो किने सुनाऊं।
मायड़ बिन कुंन, हिवड़े लगावे, बीर बिना कुंन चुंदड़ी उढावे।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 कालजो फाट्यो जावे,किने बताऊं।कून सुनेलो किने सुनाऊं।
जन्मी जद मायड़,मार दी होती।आज मायड़ में पछताती न रोती।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 डूब मरूं पर,घर नहीं जाऊं।कून सुनेलो किने सुनाऊं।
इसरो के में पाप कमायो।ना मायड़ ना मां को जायो।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 कईयां मनडे ने धीर बंधाऊं।कून सुनेलो किने सुनाऊं।
जीवन बिरथा लाज गंवा के।के में करूंगी घर में जाके।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹धरती भी फाटे कोनी, ज्या में बड़ जाऊं।कून सुनेलो किने सुनाऊं।
कून सुनेलो किने सुनाऊं।मनडे री बातां सारी,किने सुनाऊं।कून सुनेलो किने सुनाऊं