तर्ज,तेरी शहनाई बोले
चंदन चौक पुरावां, मंगल कलश सजावां।आओ आओ ना दादी जी म्हारे आंगणे।
थारे मंदिरिए में नित् आवां। आकर थारी मैं जोत जगावां।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 थारी रात जगावां, थारे भेंट चढ़ावां। आओ आओ ना दादी जी म्हारे आंगणे। चंदन…
चंदन चौक पुरावां, मंगल कलश सजावां।आओ आओ ना दादी जी म्हारे आंगणे।
दादी थारे तो दरस का महे प्यासा। पूरी कर दो ना थे मनकी आशा।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹थाने चुडलो पहनावां, थाने चुनर उठावां। आओ आओ ना दादी जी म्हारे आंगणे। चंदन…
चंदन चौक पुरावां, मंगल कलश सजावां।आओ आओ ना दादी जी म्हारे आंगणे।
मैया सिंह पर चढ़कर थे आओ। म्हारे मंनडे में भक्ति जगाओ। थारे चरणों में आवां। आकर धोक लगावां।आओ आओ ना दादी जी म्हारे आंगणे। चंदन…
चंदन चौक पुरावां, मंगल कलश सजावां।आओ आओ ना दादी जी म्हारे आंगणे।
दादी मैं तो हूं टाबर थारो। म्हारा अटकोड़ा कारज सारों। चौदस रात जगावां।मावस धोक लगावां। आओ आओ ना दादी जी म्हारे आंगणे।चंदन….
चंदन चौक पुरावां, मंगल कलश सजावां।आओ आओ ना दादी जी म्हारे आंगणे।